प्रबुद्ध सामुदायिक सहयोग समिति की शुरूआत बी आर राव ने कोविड-19 की आपदा को देखते हुए की गयी है। किसी भी व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु होने पर उसके परिवार के जीवन भरण पोषण हेतु शुरू किया गया है ।
इस समिति मे किसी भी समुदाय का व्यक्ति सद्स्य बन सकता है जिसकी न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम उम्र 55 वर्ष होनी आवश्यक है। पंजीकृत होने के बाद सदस्य से व्यवस्था शुल्क रु 100 जो की बिना वापसी जीवन पर्यन्त होती है फिर गूगल फार्म भरवाया जाता है, जिसमें टीम सदस्य व नामिनी का एकाउंट सहित पूरा विवरण दर्ज होता है। सदस्य की मृत्यु होने पर प्रबुद्ध टीम के पदाधिकारी प्रकरण की जांच करते है। इसके बाद टीम से जुड़े सभी सदस्य मृतक सद्स्य के नामिनी के खाते में 100 रुपया का सीधा सहयोग करते है।